आम का सूखा आचार
आम का सूखा आचार बेहद स्वदिष्ट होता है. खासकर उत्तर प्रदेश में तो इसे बहुत पसंद किया जाता है. वैसे तो आम का आचार कई तरीकों से बनाया जाता है लेकिन आम के सूखे आचार की खासियत ये है कि कम तेल में भी ये साल भर खराब नहीं होता और आराम से खाया जा सकता है
ज़रूरी सामग्री:
- कच्चे आम - 7-8 (1 किग्रा.)
- नमक - 4 छोटे चम्मच (ऊपर तक भरे हुये)
- हल्दी पाउडर - 2 छोटी चम्मच
बाद में डाले जाने वाले मसाले:
- नमक - 2 छोटी चम्मच
- मैथी - 4 टेबल स्पून
- सोंफ - 4 टेबल स्पून ऊपर तक भरे हुये
- पीली सरसों - 4 टेबल स्पून
- अजवायन - 2 छोटी चम्मच
- लाल मिर्च - 2 छोटी चम्मच
- हींग - आधा छोटी चम्मच
- सरसो का तेल - 1/2 कप (100 मि.ली.)
बनाने की विधि:
आम को 10-12 घंटों के लिए पानी में भिगो दें. फिर इन्हें पानी से निकाल कर अच्छे से सुखा लें. आम के डंठ्ठल को काट कर अलग कर दें. अब आम के गूदे को लंबी-लंबी फ़ांकों में काट लें.आम की फ़ांकों में नमक और हल्दी मिला कर इन्हें किसी कंटेनर में डाल दें ताकि ये गल कर जाएं. दिन में एक बार इन्हें चम्मच से हिला दें. 7 दिन में आम की फ़ांकें गल कर तैयार हो जाएंगी और इनसे खट्टा पानी भी निकल जाएगा. अब फांकों को कंटेनर से निकाल लें और पानी को उसी में रहने दें.
आम की फ़ांकों को थाली में रखकर 1 दिन की धूप लगवा कर सुखा लें. इससे ये थोडी़ सिकुडी़ और सांवली हो जाती हैं. अब बारी है इनके लिए मसाला तैयार करने की.
मेथी, सौंफ, पीली सरसों और अजवायन को साफ़ करके दरदरा पीस लें.
एक स्टील के बर्तन में तेल डाल कर गरम कर लें और फिर गैस बंद कर दें. तेल को हल्का ठंडा करके उसमें सबसे पहले हींग फिर हल्दी और फिर सारे मसाले डाल कर मिला लें. नमक डालें और आम की फांकों का खट्टा पानी मिला कर आम की फांकों को भी इस मसाले वाले तेल में डाल लें. इन सबको तब तक मिलाएं जब तक सारे मसाले आम की फ़ांकों पर अच्छे से ना लिपट जाएं.
आम का सूखा आचार तैयार है. इसे साफ़ और सूखे कंटेनर में भर लें. और इसे निकालने के लिए हमेशा साफ़ व सूखे चम्मच का ही प्रयोग करें. ये आचार कम तेल में भी साल भर खराब नहीं होगा. कभी कभार इसे धूप में भी रख लें.
ध्यान दें:
आचार बनाते समय इस्तेमाल होने वाले बर्तन साफ़ और सूखे होने चाहिएं और उनमें नमी नहीं होनी चाहिए.आचार वाले कंटेनर को उबलते पानी में धोकर धूप में सुखा लें. चाहें तो उसे ओवन में भी सुखा सकते हैं.
हमेशा साफ और सूखे चम्मच से ही आचार निकालें. और हफ़्ते में1 बार इसे हिलाते भी रहें.
2-3 महीने में आचार को 1 दिन की धूप भी लगवा दें ताकि आचार ज़्यादा चले और स्वाद भी बना रहे.
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